नागेंद्र नारायण, बेतिया: पश्चिम चंपारण के बेतिया में पिछले 15 दिन से एक गांव के लोग जलकैदी बन गए हैं। हाल ये है कि गांव के लोग पिछले 15 दिनों से मचान पर ही दिन-रात बैठकर गुजारा कर रहे हैं। रहने की छोड़ दीजिए, इनके पास खाना बनाने तक की जगह की आफत है। अब तो गांव के लोग घर के बाहर मचान बनाकर ही जिन्दगी जीने को मजबूर हैं।
पिपरा गांव के लोग बने जलकैदी
दूसरे गांव के लोग इन बाढ़ पीड़ितों के लिए खाना पहुंचा रहे हैं। ये वीडियो मझौलिया प्रखंड के बरवा सेमराघाट पंचायत के वार्ड नंबर 12 पिपरा गांव का है। सैलाब के सितम ने इन्हें घर से बेघर कर मचान पर ला दिया है। इनका कहना है कि पिछले 15 दिनों से ये पानी के बीच में मचान के सहारे अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं। हालांकित्रासदी के इस दौर में आस-पास के गांव वालों की दरियादिली से इनके पेट की आग बुझ रही है। सिकरहना नदी का कहर और बारिश की मार झेल रहे इन लोगों की सुध लेने अभी तक ना तो कोई जनप्रतिनिधि पहुंचा है और न ही कोई सरकारी मुलाजिम। बिहार के जिन मंत्रियों को बाढ़ नहीं दिखती ये वीडियो उनके लिए एक जीता-जागता सबूत है।
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