दुमका: झारखंड के दुमका में मंगलवार को शाहरुख नामक एक युवक ने एकतरफा प्यार में असफल होने पर 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली युवती को जिंदा जला दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण होने के बाद प्रशासन ने वहां धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी है। दुमका के पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा ने बताया कि घटना में झुलस युवती को इलाज के लिए रांची स्थित रिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां रविवार तड़के ढाई बजे उसकी मौत हो गयी। सोमवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद युवती अंकिता का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसके लिए युवती के जेरुवाडीह मोहल्ले स्थित घर पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये थे।
अंकिता के साथ क्या हुआ, कैसे हुआ, शाहरुख कितने दिनों से परेशान कर रहा था इस सब सवालों का जवाब जानने के लिए नवभारत टाइम्स.कॉम के संवाददाता ने उनकी दादी और बहन से बात की।
10-15 दिनों ज्यादा परेशान कर रहा था शाहरुख
अंकिता की बहन ने बताया कि वह दो बहन और एक भाई हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 10-15 दिनों से शाहरुख कुछ ज्यादा ही उग्र हो गया था। वह हाथा धोकर अंकिता के पीछे लग गया था। वह बार-बार बात करने के लिए और दोस्ती करने के लिए दबाव बना रहा था। इसपर अंकिता ने कहा कि तुम अलग धर्म से हो इसलिए हमारी दोस्ती नहीं हो सकती है। उन्होंने बताया कि परिवार में दादा-दादी, पिता और भाई हैं। दो साल पहले ही कैंसर से मां की मौत हो चुकी है। मां के इलाज में घर की जमीन जायदाद और सारी सेविंग खर्च हो गए लेकिन उनको बचाया नहीं जा सका। तभी से परिवार की आर्थिक स्थिति खराब है। इंटर की पढ़ाई के बाद ही अंकिता की बहन की शादी हो गई थी, वह अपने ससुराल में ही रहती है। बहन ने बताया कि अंकिता जिद्दी स्वभाव की थी। वह जो ठान लेती थी उसे ही करती थी। घर पर भी उसे जो चाहिए होता था वह उसी की जिद्द करती रहती थी। अंकिता पुलिस सेवा में जाना चाहती थी। वह उसी को ध्यान में रखकर अपनी फिजिकल फिटनेस पर भी ध्यान देती थी। पापा भी उसके इस ड्रीम को सपोर्ट कर रहे थे।
अंकिता की दादी की डिमांड, शाहरुख को हो फांसी
अंकिता की दादी ने बताया, 'मेरी पोती तो दुनिया से चली गई, शाहरुख को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। उसने मेरी पोती की जिंदगी के साथ खेला किया है। उसको फांसी सजा देने में आगे पीछे हटिए मत। शाहरुख मेरी पोती को धमकी देता था, मैं तुम्हारी सुंदरता को खराब कर दूंगा। बाहर निकलो मैं तुम्हारा रूप बिगाड़ दूंगा। मेरी पोती नहीं डरती थी। वह कहती थी मैं तुम्हारे सामने झुकूंगी नहीं।'
बता दें कि एकतरफा प्यार में शाहरुख अंकिता से एकतरफा प्यार करता था। 23 अगस्त को अंकिता अपने कमरे में सो रही थी। कमरे का दरवाजा लॉक था, लेकिन खिड़की खुली थी। तभी शाहरुख ने बाहर से ही देख लिया कि अंकिता कमरे में सो रही है। तभी वह पेट्रोल लेकर खिड़की के रास्ते कमरे में दाखिल हुआ और सो रही अंकिता पर छिड़ककर उसे आग लगा दी। आग लगाने के बाद शाहरख खिड़की के रास्ते ही फरार हो गया। अंकिता की चीख पुकार सुनकर घर वाले आए और जैसे तैसे आग बुझाकर उसे दुमका के फूलों झानो मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। वहां पता चला कि अंकिता को इंटरनल इंजरी आई है। बेहतर इलाज के लिए अंकिता को रांची रिम्स रेफर कर दिया गया। रांची रिम्स में इलाज के दौरान अंकिता की मौत हो गई। अंकिता की उम्र महज 15 साल 9 महीने और 2 दिन थी। झारखंड शिक्षा बोर्ड से जारी मैट्रिक के रिजल्ट कार्ड में उसकी उम्र यही दर्ज है।
रिपोर्ट: उत्तम आनंद
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